ब्युरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी
छत्तीसगढ़
----------------------------------------------------अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, गमगीन माहौल में शहीद कर्नल त्रिपाठी, उनकी धर्मपत्नी और बेटे को दी गई अश्रुपूरित अंतिम बिदाई

उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
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रायगढ़, 15 नवंबर 2021/ मणिपुर राज्य के चुराचन्दपुर जिले के ग्राम सियालसी के समीप 13 नवंबर को उग्रवादी हमले में शहीद हुए रायगढ़ के कर्नल विप्लव त्रिपाठी का आज शाम राजकीय सम्मान के साथ रायगढ़ के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी के साथ हमले में शहीद हुई उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अनुजा त्रिपाठी और पुत्र अबीर त्रिपाठी का भी अंतिम संस्कार किया गया। शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी के छोटे भाई लेफ्टिनेंट कर्नल अनय त्रिपाठी ने चिताओं को मुखाग्नि दी।
इसके पूर्व शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अनुजा त्रिपाठी और पुत्र अबीर त्रिपाठी का पार्थिव शरीर वायु सेना के विशेष विमान से दोपहर 12.40 बजेे रायगढ़ के जिंदल एयरपोर्ट पहुंचा। शहीद के अंतिम दर्शन और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सांसद रायगढ़ श्रीमती गोमती साय, विधायक रायगढ़ श्री प्रकाश नायक, विधायक धरमजयगढ़ श्री लालजीत सिंह राठिया, विधायक लैलूंगा श्री चक्रधर सिदार, विधायक सारंगढ़ श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष रायगढ़ श्री निराकार पटेल, महापौर नगर निगम रायगढ़ श्रीमती जानकी काटजू, कलेक्टर श्री भीम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा सहित रायगढ़ शहर के हजारों लोगों ने एयरपोर्ट में शहीदों को श्रद्धांजलि दी।एयरपोर्ट से शहीदों के पार्थिव शरीर को फूलों से सजे सेना के वाहन में उनके निवास लाया गया। एयरपोर्ट से घर तक पूरे रास्ते में रायगढ़वासी शहर के वीर सपूत को पुष्प वर्षा कर श्रद्धांजली दे रहे थे। निवास स्थान में परिजनों द्वारा शहीदों के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन उपरांत रामलीला मैदान में शहरवासियों के अन्तिम दर्शन व श्रद्धांजलि के लिए रखा गया।इसके बाद शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी श्रीमती अनुजा त्रिपाठी व पुत्र अबीर त्रिपाठी के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए मुक्ति धाम ले जाया गया। यहां असम राइफल्स के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और राजकीय सम्मान के साथ उनका अन्तिम संस्कार किया गया।

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