खरसिया। एफसीआई और रेकपॉइंट की बदौलत नगर में अनटैक्सपैड और अनफिट वाहन दनादन चल रहे हैं, वहीं इनके ड्राइवरों के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होता। बावजूद आरटीओ की छत्रछाया से सब कुछ धड़ल्ले से चल रहा है।
एफसीआई और रेकपॉइंट में कम रेट में वाहन उपलब्ध कराने की होड़ में वाहन मालिक ऐसे वाहनों का प्रयोग करते हैं, जिनका ना तो रोड टैक्स पैड होता है और ना ही ड्राइवरों के पास ड्राइविंग लाइसेंस ही। ऐसा नहीं है कि एफसीआई के अधिकारियों को इस बात की खबर नहीं, परंतु उन्हें इस बात की परवाह ही नहीं होती। वहीं ताज्जुब इस बात का है कि आरटीओ के कुछ दलालों की वजह से यह कंडम गाड़ियां आए दिन राहों पर दौड़ती रहती हैं। रेकपॉइंट पर अक्सर सीमेंट चावल और खाद आता है, ऐसे में यह कंडम गाड़ियां सक्रिय हो जाती हैं। वाहन मालिकों का मानना है कि रोड टैक्स ही 3-4 लाख से ऊपर बकाया है, ऐसे में जब भी यह गाड़ियां पकड़ी जाएंगी तो वह उन्हें ऐसे ही छोड़ देंगे।
▪️ मोटर व्हीकल के टैक्स चोरी का कारनामा
जानकारी के अनुसार खरसिया नगर में अधिकांश ट्रक के या तो पुरानी हो गई हैं या दो ढाई लाख रुपए में खरीद कर बाजार में बिना टैक्स पटाए और आईफार्म में बताकर धड़ल्ले से गाड़ियां चलाई जा रही हैं। इस तरह टैक्स की चोरी की जाती है। यह मानना होगा कि इसमें कहीं ना कहीं आरटीओ एवं उड़नदस्ता का वरदहस्त होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि खरसिया के नामी-गिरामी दलाल के द्वारा ट्रकों का इंश्योरेंस के नाम पर कागजों का आदान-प्रदान कर लंबी रकम उच्च स्तरपर पहुंचाई जा रही है। यदि विभाग सही ढंग से जांच करें तो खरसिया नगर में लाखों रुपए की टैक्स एवं अवैध रूप से चल रही ट्रकों का पता चल जाएगा। लगातार समाचार पत्रों में प्रकाशन के बावजूद किसी प्रकार से जांच का ना होना, संदिग्ध माना जा सकता है। जब भी रेकपॉइंट पर एफसीआई सीमेंट खाद की रेक आए तब इस बात की जांच की जाए, तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
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