जबलपुर. आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की टीम ने गुरुवार सुबह जबलपुर में ‘द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया’ के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह के घर और ऑफिस पर छापेमारी की. प्रारंभिक जांच में बिशप के घर से 1 करोड़ 65 लाख रुपये नकद के अलावा 18 हजार यूएस डॉलर (लगभग 14.35 लाख रुपये) भी बरामद हुए हैं. हालांकि बिशप पीसी सिंह घर पर नहीं मिले, वे फिलहाल जर्मनी में हैं. घर में उनका बेटा मिला।
बिशप पर सोसायटी के स्कूलों को फीस के रूप में मिले ढाई करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले का आरोप है. जिसे उन्होंने निजी कामों में खर्च किया और धार्मिक संस्थानों को ट्रांसफर कर दिया. उन पर संस्था का मूल नाम, अपनी मर्जी से बदलकर चेयरमैन की कुर्सी पर काबिज होने का आरोप भी है. EOW की टीम बिशप के घर और ऑफिस से उनके द्वारा की गई वित्तीय गड़बड़ियों के दस्तावेज खंगाल रही है।
EOW एसपी देवेंद्र सिंह ने बताया कि ‘द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया डायोसिस’ के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह और तत्कालीन असिस्टेंट रजिस्ट्रार बीएस सोलंकी के खिलाफ शिकायत मिली थी. इन दोनों पर 2.7 करोड़ के फीस घोटाले का आरोप है।
संस्था को अलग-अलग शैक्षणिक संस्थाओं में पढ़ रहे छात्रों की फीस से करीब 2.7 करोड़ रुपये मिले थे. चेयरमैन बिशप पीसी सिंह ने इन पैसों को धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर और निजी कामों में खर्च करके पद का दुरुपयोग किया. दोनों ने यह गड़बड़ी वित्तीय वर्ष 2004-05 से 2011-12 के बीच की।
EOW के अनुसार, छापेमारी के दौरान टीम संस्था के चेयरमैन के गबन के दस्तावेज, खोज रही है. उन पर आरोप है कि उन्होंने संस्था का मूल नाम भी बिना अधिकृत स्वीकृति के स्वयं ही बदल दिया. साथ ही वह अपनी मर्जी से संस्था के चेयरमैन बन गए।
जांच में सामने आये साक्ष्यों के आधार पर आरोपी बिशप पीसी सिंह, बीएस सोलंकी, के विरूद्ध धारा 406, 420, 468, 471, 120बी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है. प्रकरण की विवेचना उप निरीक्षक विशाखा तिवारी कर रही हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, बिशप पीसी सिंह को लेकर चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. देश भर में कुल 99 FIR दर्ज हैं।
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