रोशन कुमार सोनी
मो - 7440966073
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▪️सूखे में धूल का अंबार और बारिश में कीचड़ अपरंपार, फिर भी धड़ल्ले से दौड़ते हैं ट्रेलर
खरसिया। रायगढ़ रोड में सड़क किनारे स्थित सेंटजॉन स्कूल में हजारों छात्र-छात्राएं अध्ययन हेतु पहुंचते हैं। वहीं इस राह से होकर ब्रिड्ज़विल, आलोक इंटरनेशनल और बचपन स्कूल के हजारों छात्र-छात्राओं को स्कूल पहुंचने और लौटने की मजबूरी बनी रहती है। जबकि इस सड़क पर डस्ट का गुबार उड़ाते बेतरतीब दौड़ते ट्रेलर हर वक्त देखे जा सकते हैं। ऐसे में हजारों परिजनों को दिल पर पत्थर और जान हथेली पर रखकर इस असुरक्षित सड़क से अपने बच्चों को स्कूल भेजने की मजबूरी बनी हुई है।
उल्लेखनीय होगा कि नजदीकी कोल वाशरी से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेलर कोयला इसी राह से आरकेएम आदि विभिन्न पावर प्लांट्स में सप्लाई होता है। वहीं सुबह 6:30 से 7:00 बजे तक तथा दोपहर 12:00 बजे से 12:30 तक इसी राह से हजारों विद्यार्थी अपनी-अपनी स्कूल भी आते-जाते हैं। ऐसे में धूल का गुबार और कोयले का डस्ट उड़ाते बेतरतीब तथा तेजी से दौड़ते ट्रेलर विद्यार्थियों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। देश का भविष्य कहे जाने वाले विद्यार्थी ही इस राह पर सुरक्षित नहीं हैं, वहीं ताज्जुब है कि प्रशासन द्वारा इस अव्यवस्था पर कोई अंकुश भी नहीं लगाया जा रहा।
▪️ ना जाने किन कारणों से ब्रेक हुई नो एंट्री
बताना लाजिमी होगा कि इसी रायगढ़ रोड पर पूर्व में हुई दुर्घटना को लेकर प्रशासन द्वारा नो एंट्री लगाई गई थी। परंतु ना जाने किन कारणों से अब यह आदेश प्रभावहीन हो चुका है। ऐसे में इन राहों में पुनः कोयले से लदे ट्रेलर बेधड़क दौड़ रहे हैं, जिससे किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। वहीं जब तक बच्चा स्कूल से नहीं लौट आता, पालकों के दिलो-दिमाग पर आशंकाओं के बादल मंडराते रहते हैं। इस बड़ी समस्या को लेकर जब एसडीओपी खरसिया निमिषा पांडे से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नो एंट्री का आदेश कलेक्टर ही कर सकते हैं। वहीं उन्होंने छुट्टी के वक्त पुलिस स्टाफ लगाने की बात भी कही है।
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