छत्तीसगढ़ से ब्यूरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी 

रायपुर। प्रदेश में शिक्षा विभाग की फर्जी डायरी के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें मुख्य आरोपी रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर, संजय सिंह और कपिल को गिरफ्तार किया गया है। मामला राखी थाने दर्ज करवाया गया था। जिसके बाद ये कार्रवाई हुई है। बता दे कि इससे पहले स्कूल शिक्षा मंत्री ने भी मुख्यमंत्री से जांच की मांग की थी। आरोपियों के संबंध में आज पुलिस कंट्रोल रूम में एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने पूरी जनकारी दी।

यह है पूरा मामला
प्रार्थी आशुतोष चावरे ने थाना राखी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह उप संचालक लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ इंद्रावती भवन नवा रायपुर में कार्यरत है। कुछ अज्ञात लोगों के द्वारा प्रार्थी को बदनाम करने की नीयत से उसके नाम का फर्जी हस्ताक्षर कर विभिन्न गणमान्य एवं अधिकारियों की शिकायत संबंधी पत्र एवं शिक्षा मंत्री के पीए की कथित डायरी की प्रति के साथ विभिन्न स्थानों से विगत कुछ दिनों से प्रेषित किये जा रहे है।

इस मामले में पुलिस ने पतासाजी शुरू कर दी। पुलिस की टीम टीम स्पीड पोस्ट के माध्यम से प्रेषित शिकायत पत्र की जांच के लिए पोस्ट आफिस में संपर्क करते हुए जिस दिनांक समय को जिस पोस्ट आफिस से वह पत्र स्पीड पोस्ट किया गया था, वहां तक पहुंची जिसमें पोस्ट आफिस के सी.सी.सी.टी.व्ही. फुटेज में एक व्यक्ति दिखाई दिया। जिसकी पहचान कपिल कुमार देवदास के रूप में की गई। साथ ही उसके संबंध में तकनीकी विश्लेषण किया गया जिस पर कपिल द्वारा अपने मोबाईल फोन से पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी गेंदाराम चन्द्राकर से संपर्क करना पाया गया।

 

सेवानिवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी गेेंदाराम चन्द्राकर की सेवा निवृत्ति जनवरी – 2021 में हुई। गेेंदाराम चन्द्राकर संविदा पद पर नियुक्ति चाह रहा था। इसके लिए उसने कई तरह के प्रयास किये किंतु वह सफल नहीं हो पाया और वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी ए.एन.बंजारा की नियुक्ति उस पद पर हो गई। अपनी संविदा नियुक्ति की फाईल रूकवाने के पीछे वह ए.एन.बंजारा, संयुक्त संचालक के.सी.काबरा, तत्कालीन ओएसडी आरएन सिंह, एबीईओ प्रदीप शर्मा व निज सचिव अजय सोनी की मिली भगत को जिम्मेदार मानता था।

इसके लिए गेंदाराम चन्द्राकर ने वर्ष 2019 से लेकर अब तक जितने ट्रांसफर व पोस्टिंग हुई की आदेश प्रति निकाली और चैकीदार भुवनेश्वर साहू को दो डायरी खरीदकर दी एवं उसमें आदेश प्रति को लिखने बोला। साथ ही किसको कितने रूपए का काल्पनिक लेन – देन हुआ है यह भी चैकीदार को लिख कर दिया था।
शिकायत पत्र को टाईप कराने के लिए संजय सिंह ठाकुर ने अपने होम्योपैथिक मेडिकल कालेज रामकुण्ड आफिस में कार्य करने वाले कपिल कुमार से गेंदाराम चन्द्राकर की मुलाकात करायी। पूरी शिकायत को गेंदाराम चन्द्राकर द्वारा अपने हाथ से लिखकर कपिल कुमार को आशुतोष चावरे के नाम से शिकायत टाईप करने हेतु दिया गया था एवं उप संचालक लोक शिक्षण के नाम से सील (रबर) कपिल को तैयार कर देने बोला था। कपिल कुमार द्वारा सील तैयार कर दिया गया एवं शिकायत टाईप कर पोस्ट आफिस में पोस्ट किया गया था।

गेंदाराम चन्द्राकर ने अपने मित्र संजय सिंह और कपिल कुमार देवदास के साथ मिलकर सुनियोजित ढंग से षडयंत्र पूर्वक शासन की छवि धुमिल करने के उद्देश्य से फर्जी शिकायत पत्र तैयार कर एवं फर्जी हस्ताक्षर कर प्रचारित एवं प्रसारित किया गया था। साथ ही सबूतों को नष्ट करने का प्रयास भी किया गया जिस पर से प्रकरण में आरोपियों के विरूद्ध पृथक से धारा 420, 465, 468, 471, 120बी, 201 भादवि. भी जोड़ी गई है।

गिरफ्तार आरोपी

गेंदाराम चन्द्राकर पिता स्व0 अर्जुन लाल चन्द्राकर उम्र 64 साल निवासी ग्राम भड़हा थाना खरोरा हाल पता – दानी स्कुल कैम्पस कालीबाड़ी चैक थाना कोतवाली रायपुर। (पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी वर्तमान सेवानिवृत्त)।

संजय सिंह ठाकुर पिता स्व0 नरेन्द्र बहादुर सिंह उम्र 51 साल निवासी सी/79 देवेन्द्र नगर सेक्टर 04 थाना देवेन्द्र नगर रायपुर। (रायपुर होम्योपैथिक मेडिकल कालेज एवं हाॅस्पिटल रामकुण्ड का सचिव)।

कपिल कुमार देवदास पिता कृष्णा देवदास उम्र 30 साल निवासी गायत्री मंदिर के पास टाटीबंध थाना आमानाका रायपुर। (रायपुर होम्योपैथिक मेडिकल कालेज एवं हाॅस्पिटल रामकुण्ड में टायपिस्ट)।

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