जिला ब्यूरो उमरिया जय प्रकाश
 
आवास , सीसी सड़क ,पानी, से वंचित है दमोह पंचायत के लोग जिला कलेक्टर से लगा रहे हैं गुहार
गरीब अपना आशियाना बनाने के इंतजार में अधर में लटका पक्का छत का सपना

 

एक ओर जहां सरकार गरीबों को पक्की छत मुहैया कराने का बखान करते नहीं थकती वहीं दूसरी तरफ कई पात्र हितग्राहियों को बरसों से अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है ।वह इसलिए कि उनके पास जनपद और ग्राम पंचायत में बैठे  सरपंच सचिव तथा अन्य पदाधिकारियों की जेब गर्म करने की गुंजाइश नहीं है ।जिले की अनेक ग्राम पंचायतों में तो बकायदा नाम काटने और जोड़ने का खुला खेल चल रहा है यहां बस एक ही नियम है पहले आओ पहले पाओ जिस हितग्राही ने पैसा दिया वह पात्र जिसने नहीं दिया वह अपात्र शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना की जमीनी हकीकत मानपुर जनपद की ग्राम पंचायत दमोह में देखी जा सकती है जहां 2011 से प्राथमिक सूची में शामिल गरीबों को आज तक आवास का लाभ नहीं मिल सका। उनका आरोप है कि सचिव इस काम के लिए सीधे 5000 से ₹10000 की मांग करते हैं जो उनके पास नहीं।
अपना आशियाना बनाने इंतजार में है ग्रामीण।
सरकार का दावा है कि हर गरीब को सिर पर छत मुहैया करा दी जाएगी जबकि जिले में अभी ऐसे कई हजारों लोग हैं जो इस योजना से वंचित है दमोह ग्राम में तो कई परिवार ऐसे जर्जर मकानों में रहने को मजबूर हैं जो कभी भी गिर कर किसी बड़े हादसे का सबब बन सकते हैं विशेषकर बारिश में है खतरा और भी बढ़ जाता है यह सभी बेहद गरीब और पात्र भी हैं परंतु उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। ग्रामीण सौखी लाल चुलबुल, राजभान, श्रीमती रंनचि कोल, दुलारे ,बचाईया विशाली, हीरु, सौखीलाल,हीरालाल, रज्जू चौधरी, राकेश बारे चौधरी, आदि ग्रामीणों ने हमारे संवाददाता राजर्षि मिश्रा को बताया कि सचिव की मनमानी के कारण कई ग्रामीण पीएम आवास के लिए भटक रहे हैं परंतु उनकी सुनने वाला कोई नहीं है स्थानीय निवासी मुकेश विश्वकर्मा, कपीस मिश्रा द्वारा बताया गया कि सचिव की मनमानी के कारण कई ग्रामीण पीएम आवास के लिए भटक रहे हैं परंतु उनकी सुनने वाला कोई ।
ग्रामीणों का आरोप ऊपर तक पहुंचता है हिस्सा।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत दमोह में सरकारी राशि की बंदरबांट चल रही है जिसकी वजह से ग्राम का विकास ठप पड़ा है सड़के और नालियां टूट कर बिखर चुकी हैं सरकारी योजनाओं का ना तो प्रचार होता है और ना ही किसी को कोई जानकारी ही दी जाती है सारा विकास केवल कागजों में ही दिखाई पड़ता है लूट का यह पैसा मानपुर जनपद में बैठे अधिकारियों तक पहुंचने के कारण फर्जीवाड़े की शिकायत पर कोई कार्यवाही ही नहीं होती।

ग्रामीणों ने कलेक्टर से लगाई गुहार।

जिले के लोकप्रिय कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव जी से दमोह के ग्रामीणों ने गुहार लगाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत दमोह में आकर निरीक्षण किया जाए एवं ग्राम पंचायत दमोह की विस्तृत जांच करवाई जाए और जाच सही पाए जाने पर भ्रष्ट सरपंच सचिव के ऊपर कार्यवाही की जाए और ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलवाया जाए।


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