रायगढ़। राजस्व न्यायालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने और भ्रष्टाचारियों को राजस्व न्यायालयों से खदेड़ने की मुहिम में बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग के सैकड़ों अधिवक्ता रविवार को रायगढ़ में एकत्र हुए। भ्रष्टाचार के खिलाफ रायगढ़ अधिवक्ता संघ की ओर से चलाए जा रहे इस मुहिम में रायगढ़ शहर की जनता और विभिन्न संगठनों ने भी अपनी सहभागिता दिखाई और रैली में अधिवक्ताओं का साथ दिया।
अधिवक्ता संघ रायगढ़ की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ की जा रही लड़ाई में रायगढ़ के अंबेडकर चौक पर पिछले 4 दिन से धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में रायगढ़ अधिवक्ता संघ का समर्थन करने और उनके साथ प्रदर्शन करने के लिए बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग के सभी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन एवं तहसील अधिवक्ता संघ के प्रतिनिधि यहां पहुंचे और दोपहर 2:00 बजे सभी संगठित होकर अंबेडकर चौक से रामनिवास टॉकीज होते हुए गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर वहां से गौरी शंकर मंदिर रोड होते हुए पुनः अंबेडकर चौक पर स्थित धरना स्थल पर पहुंचे।
अधिवक्ताओं की ओर से निकाली गई रैली का शहर के आम और खास लोगों ने माल्यार्पण और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस दौरान स्वागतकर्ताओं ने बताया कि सभी भ्रष्टाचार से पीड़ित हैं लेकिन अब तक इस भ्रष्टाचार के खिलाफ वह आवाज नहीं उठा सके थे आज जब अधिवक्ता संघ अपना काम छोड़कर भ्रष्टाचार की इस लड़ाई को लड़ा रहा है तो हमें ऐसा लग रहा है कि जैसे यह लड़ाई उनकी नहीं बल्कि हमारी है। सैनिक जिस प्रकार से सीमा की रक्षा करते हैं और दुश्मनों को घुसने नहीं देते हैं उसी प्रकार अधिवक्ताओं की भूमिका भ्रष्टाचारियों को जो राजस्व न्यायालयों में घुसपैठ कर चुके हैं उन्हें खदेड़ने का यह कार्य बेहद सराहनीय है। अधिवक्ताओं के इस कार्य से हम गौरवान्वित हैं और इस वजह से पुष्प माला एवं फूलों की वर्षा कर अधिवक्ताओं का स्वागत करने को दिल चाहता है।
रायगढ़ अधिवक्ता संघ के बैनर तले एकत्र हुए 2 संभागों के सैकड़ों अधिवक्ताओं ने अपने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि यह स्थिति केवल रायगढ़ राजस्व न्यायालय की नहीं बल्कि सभी राजस्व न्यायालयों की है । वहां बोलियां लगती हैं और फैसले बेचे जाते हैं। राजस्व न्यायालय , न्यायालय नहीं बल्कि वो दुकान नजर आती हैं जहां लोगों की भावनाओं, न्याय और फैसलों की खरीदी-बिक्री होती है। इन स्थितियों में इन न्यायालयों का अधिवक्ता लगातार बहिष्कार करेंगे क्योंकि अब फैसलों की खरीदी बिक्री की प्रणाली खत्म करने कार्यकताओं ने बीड़ा उठा लिया है।
दूर-दूर से आए अधिवक्ताओं की ओर से अपने वक्तव्य में कहा गया कि हर जगह राजस्व में फैसले बिक रहे हैं इसलिए राजस्व न्यायालयों से राजस्व के न्याय संबंधी कार्यों को छीन कर केवल कार्यालय ही रहने दिया जाए और इन अधिकारियों को फैसलों के कार्यो से विरत कर दिया जाए। यह मांग अब न केवल रायगढ़ अधिवक्ता संघ की है , बल्कि पूरे राज्य के अधिवक्ता इस मांग पर अड़ चुके हैं।
अभी पिक्चर बाकी है मेरे दोस्त... की तर्ज पर इस रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन एवं शहर में निकाली गई रैली केवल झांकी कही जा सकती है, क्योंकि आज से ठीक 1 सप्ताह बाद अर्थात रविवार को एक बार फिर से पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं का रायगढ़ में जमावड़ा होगा और सभी एकजुट होकर शहर में रैली निकालेंगे। 1 सप्ताह तक रायगढ़ अधिवक्ता संघ की ओर से चलाए जा रहे धरना प्रदर्शन का स्वरूप आगे चलकर क्या होगा यह बात भविष्य के गर्भ में है, लेकिन इतना जरूर है कि यह लड़ाई अब यूं ही नहीं थमेगी।
गूंजी एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग....
रविवार को हुए धरना प्रदर्शन एवं रैली के दौरान अधिवक्ताओं ने एक बार फिर एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग पुरजोर तरीके से रखा और उन्होंने कहा कि जब तक अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए यह कानून अस्तित्व में नहीं लाया जाता है तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा।
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