संवाददाता पंडित पवन कुमार भारद्वाज
महिला दिवस के अवसर पर मधु शर्मा को अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण सभा की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया .
अलवर मुंडावर सोडावास 8 मार्च । महिला दिवस के अवसर पर मधु शर्मा को अखिल भारती।य जांगिड़ ब्राह्मण सभा की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया । अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण समाज के सोडावास कस्बे के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मधु शर्मा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई । राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल शर्मा सोडावास ने महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह दिवस महिलाओं के त्याग और संघर्ष का ही परिणाम है कि जिसके कारण आज महिलाओं के गौरव और उनके अस्तित्व की पहचान मिलने के साथ-साथ महिलाओं ने प्रत्येक क्षेत्र में नए-नए कीर्तिमान विस्थापित किए हैं ।
विश्व महिला दिवस 8 मार्च को मनाने के लिए इतिहास का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि महिला दिवस मनाने का विचार वर्ष 1913 में आया था । उस समय कोपनहेगन डेनमार्क ने 17 देशों की 100 महिलाओं का एक समाजवादी सम्मेलन हुआ । उसके पश्चात 8 मार्च 2017 को रूसी महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला और 8 मार्च 2018 को जर्मन महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला और इस विचार ने 8 मार्च को विश्व महिला दिवस मनाने का जन्म लिया । उन्होंने कहा कि हमारे वेदों पुराणों और उपनिषदों में महिलाओं को विशेष सम्मान से नवाजा गया साथ ही महिलाओं संत महात्मा के रूप में गार्गी और मेसी जैसी महिलाओं का उल्लेख किया गया । जो नारी शक्ति का प्रतीक थी । इसलिए कहा गया है कि जहां नारी की पूजा होती है वहां देवताओं का निवास होता है । यह कहावत सदियों से चरितार्थ हो रही है नारी शक्ति के द्वारा अपने अधिकार प्राप्त करने के संदर्भ का उल्लेख करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल शर्मा सोडावास ने याद दिलाया कि 1960 में न्यूयॉर्क की एक कपड़ा मिल में काम करने वाली लगभग 15000 महिलाओं ने काम के घंटे कम करने बेहतर वेतनमान देने और वोट का अधिकार देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था । इसका परिणाम यह हुआ कि अमेरिका में महिलाओं को वोट देने का अधिकार 144 वर्षों के संघर्ष के बाद मिला । सऊदी अरब में महिलाओं को वोट देने का अधिकार2015 में मिला ।
जबकि भारत में यह अधिकार आजादी से पहले ही मिल गया था । शर्मा ने कहा कि नारी शक्ति एक मात्र शक्ति भी है जिसमें यह सिद्ध करके दिखाया है । वह किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं अपितु आगे है । विश्व में अनेक महिलाओं ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यपाल का पद सुशोभित किया है । प्रशासनिक क्षेत्र में आईएएस, विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा ,बहुराष्ट्रीय कंपनियों की संचालिका भी महिलाएं ही हैं । जो देश का नाम गौरवान्वित कर रही हैं ।आज महिलाएं हवाई जहाज से पायलट से लेकर सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा कर रही है । साथ ही यह भी कहा कि आज हमें इस बात की खुशी है कि आज विश्व में आधी आबादी महिलाओं की है और इनमें आई राजनीतिक चेतना और जागृति का ही परिणाम है कि आज महिला की भागीदारी पंचायत स्तर तक पहुंच गई है । आधुनिक युग में महिला और पुरुष को एक साथ मिलकर एक गाड़ी के दो पहियों की तरह संतुलन बनाए रखना होगा तभी निर्धारित लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने मधु शर्मा को बधाई देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में नारी शक्ति को एक विशेष पहचान मिलेगी और समाज में नारी शक्ति के उत्थान के लिए उनके द्वारा जो भी योजनाएं बनाई जाएंगी । उनको मूर्त रूप देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे । उन्होंने कहा कि मधु शर्मा एक अनुभवी लेखक और समाज के प्रति समर्पित भावना से काम करने वाली कर्मठ कार्यकर्ता है और इसका लाभ समाज को महिलाओं को अवश्य ही मिलेगा । उन्होंने कहा कि नारी शक्ति को अपनी ताकत की पहचान होगी और अबला नारी कहने वाले दकियानूसी विचारों वाले लोगों को अपनी ताकत और शक्ति का एहसास दिलाना होगा ताकि ऐसे लोगों की अवधारणा को निर्मूल साबित किया जा सके । मधु शर्मा ने राष्ट्रीय प्रधान को विश्वास दिलाया कि वह उनकी आशाओं और आकांक्षाओं पर खरा उतरने का हर संभव प्रयास करेगी और नारी शक्ति का स्वाभिमान जगाने के लिए अधिक से अधिक महिलाओं को महासभा में साथ जोड़ने के लिए अधिक से अधिक सदस्य बनाकर उनमें जागृति का शंखनाद किया जाएगा । ताकि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग होकर समाज के विकास और उत्थान में अपना बहुमूल्य योगदान दे सकें । इस अवसर पर जांगिड़ महासभा के पूर्व प्रधान कैलाश बनेला,
महासभा के महामंत्री सांवरमल जांगिड़ ,मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष प्रभु दयाल बरनेला , जिला अध्यक्ष कैलाश बटवाल सहित समाज के अनेक प्रबु दल लोग उपस्थित थे ।
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