छिंद-भकुर्रा मार्ग की जर्जर हालत की समस्या को लेकर क्षेत्रवासीयों द्वारा राजनेताओं के समक्ष रख चुके जाने के महीनों उपरांत तक कोई ठोस कदम जनकल्याण की ओर रुझान नहीं लिया जा रहा है ये राजनैतिक प्रक्रियाओं की निरसता है जो आए दिन इस सड़क के लिए जनता गुहार करती है और बदले में जनप्रतिनिधियों से झूठा आश्वासन मात्र प्राप्त होता है!
उस क्षेत्र के मुख्य मार्ग(15km) की जर्जर हालत के सन्दर्भ में विगत दिनाँक 25-05-2022 को सारंगढ़ SDM के समक्ष बदहाली का विवरण प्रस्तुत कर ज्ञापन सौंपकर 07 दिनों की समयावधि लिया गया था तथा उक्त स्थल में सभी आवेदनकर्ता(क्षेत्रवासी) प्रार्थियों ने शासन-प्रशासन से उस सड़क के पक्ष में कोई उचित कदम नहीं उठाए जाने की स्थिति आंदोलन की बाध्यता व समस्त प्रणालियों पर ज़िम्मेदारी लेने की बात कही गई थी किन्तु आज इतने दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन से कोई ठोस पहल नहीं लिया गया क्षेत्रवासियों का कहना है ऐसी दुर्लभ परिस्थिति में उग्र आंदोलन द्वारा शासन प्रशासन का ध्यान केंद्रित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है एवं जल्द ही उग्र भीड़ के साथ जनाक्रोश आंदोलन किया जाएगा जिसके ज़िम्मेदार केवल और केवल समस्त सक्षम प्रणालियां होंगीं।
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