छत्तीसगढ़ से ब्यूरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी

रायपुर। आधुनिक दौर में अब कुछ असंभव जैसा नहीं रहा, अब प्रदेश के लोगों को एक और स्मार्ट सुविधा मिलने जा रही है, छत्तीसगढ़ में लोगों को अब मोबाईल की तरह बिजली के लिए भी पहले रिचार्ज कराना होगा । रिचार्ज कराने के बाद ही उपभोक्ताओं को बिजली मिल सकेगी। इससे जहां उपभोक्ताओं को अधिक बिलिंग और बिल पटाने जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा..तो वहीं आर्थिक संकट से जूझ रही बिजली कंपनियों के पास बिजली खरीदने के लिए एडवांस में पैसा भी उपलब्ध हो सकेगा।

दरअसल, छत्तीसगढ़ में बिजली विभाग ने प्रीपेड मीटर लगाने की तैयारी शुरू कर दी है । इसके लिए विभाग ने सभी संबंधित विभागों को जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं । दरअसल विद्युत विभाग के पास बिजली चोरी और फॉल्स रिडिंग की शिकायत काफी बढ़ गई है । इन समस्याओं को समाप्त करने के लिए ही सभी कनेक्शन में प्रीपेड मीटर लगाने का फैसला किया गया है ।

अधिकारियों के मुताबिक प्रीपेड मीटर में एक छोटा सा मॉडम लगा रहेगा…जिसे सर्वर के साथ साथ उपभोक्ताओं के मोबाईल से कनेक्ट कर दिया जाएगा….इससे उपभोक्ताओं को हर समय जानकारी उपलब्ध रहेगी…कि उनके पास कितना बैलेंस बचा है…और वे कितनी यूनिट बिजली का उपयोग कर सकते हैं । रिचार्ज समाप्त होने से पहले ही सर्वर के जरिए उपभोक्ताओं के फोन पर बैलेंस रिचार्ज करने का मैसेज चला जाएगा ।

मनोज खरे,प्रबंध निदेशक,CSPDCL के अनुसार प्रीपेड मीडर की रीडिंग को बिना लोकेशन पर गए सर्वर रूम या ऑफिस में बैठकर ही कंप्यूटर से देखा जा सकेगा । इसके अलावा विभाग ने इस एक एप से भी जोड़ने की तैयारी कर रखी है…जिसके तहत आने वाले समय में उपभोक्ता रीडिंग को देखकर अपने आप बिल जनरेट कर सकेंगे..विभाग का मानना है की स्मार्ट मीटर लगने से काम काज में तेजी आएगी और मैन पावर भी कम लगेंगे ।

Post a Comment

और नया पुराने
NEWS WEB SERVICES