भगवान श्री रामराजा सरकार लोक निर्माण कार्य की भूमि पूजन उत्सव का कल से होगा शुभारंभ

रंगोली से सजेगा नगर, दस हज़ार दीपों से जगमग होगी बेतवा, 4 सितंबर को मुख्यमंत्री करेंगे भूमि पूजन
ओरछा। बुंदेलखंड की अयोध्या कहीं जाने वाली भगवान श्री राम राजा सरकार की नगरी ओरछा में श्री राम राजा सरकार लोक निर्माण के भूमि पूजन के आयोजन को उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा आज दिनांक 1 सितंबर से ही श्री राम राजा सरकार लोक निर्माण महोत्सव बनाने की तैयारी की गई है जिसमें सबसे पहले नगर को रंगोली से सजाया जाएगा तथा बेतवा नदी को लगभग दस हज़ार दीपों की रोशनी से जगमग किया जाएगा इसके पश्चात 3 सितंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा तथा 4 सितंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में श्री रामराजा सरकार लोक निर्माण कार्य का भूमि पूजन होगा। श्री रामराजा लोक निर्माण के भूमि पूजन के आयोजन के लिए संपूर्ण जिले सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी आमंत्रण दिए जाएंगे तथा निवाड़ी जिले के सभी ग्रामों में शोभायात्रा निकालकर सभी जिले वासियों को 4 सितंबर को आयोजित होने वाले श्री राम राजा लोक निर्माण के भूमि पूजन के आयोजन में आमंत्रित किया जाएगा।
81 करोड़ रुपए की मिली स्वीकृति
श्री राम राजा सरकार लोक निर्माण के प्रथम चरण के लिए 81 करोड रुपए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा स्वीकृत किए गए हैं जिसमें 41 करोड रुपए की लागत से श्री राम राजा सरकार लोक प्रवेश द्वार के साथ प्लाजा का विकास, प्रसादालय, दर्शन कतार परिसर, श्री जानकी मंदिर परिसर, फूड प्लाजा एवं दुकानों के सौंदर्यकरण का कार्य किया जाएगा इसके साथ-साथ 6.25 करोड़ रुपए से भगवान श्री राम के बाल स्वरूप एवं राम राजा के दरबार सहित प्रांगण का विकास होगा तथा 20 करोड रुपए की लागत से श्री राम राजा मंदिर एवं पुरातत्व महत्व के भवन जैसे श्री रामराजा मंदिर पाताली हनुमान मंदिर एवं जानकी माता मंदिर का संरक्षण होगा तथा 9 करोड रुपए की लागत से प्रकाश व्यवस्था एवं 4.75 करोड रुपए की लागत से जन सुविधाओं का विकास होगा।
12 एकड़ भूमि पर होगा श्री राम राजा लोक निर्माण
भगवान श्री राम राजा सरकार का मंदिर परिसर वर्तमान में लगभग 2.86 एकड़ भूमि में स्थित है और अब भगवान श्री राम राजा सरकार मंदिर के आसपास लगभग 12 एकड़ क्षेत्रफल में श्री राम राजा सरकार लोक विकसित किया जाएगा। श्री राम राजा लोक का प्रारंभ प्रवेश द्वार पर भव्य दरबार गलियारे से होगा तथा लोक का विकास दो भागों में किया जाएगा जिसमें बालकांड प्रांगण श्री राम की बाल लीलाओं से प्रेरित होगा तथा उत्तराखंड को चित्र प्रस्तुतियों से प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही राजभोग पाठशाला का विकास तथा प्लाजा भी दर्शनार्थियों की सुविधा हेतु विकसित किया जाएगा। इसके साथ-साथ मंदिर के सामने के चौक को शॉपिंग प्लाजा की तरह विकसित करते हुए व्यवस्थित दुकानों का निर्माण किया जाएगा।
पर्यटन परियोजना की मिली स्वीकृति
श्री राम राजा लोक निर्माण में पुरातत्व विभाग के स्मारकों के संरक्षण एवं सुविधाओं के विकास के लिए पर्यटन परियोजना की स्वीकृति मिली है जिसमें ओरछा के महत्वपूर्ण स्मारकों के संरक्षण तथा आसपास पर्यटकों हेतु सुविधाओं के विकास हेतु 19.72 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है जिसमें 1.05 करोड रुपए से तुलसी घाट का विकास होगा जिसमें वोट क्लब चेंजिंग रूम लॉकर सहित अन्य सुविधाएं होंगी इसके साथ-साथ 4.07 करोड रुपए की लागत से स्मारकों के समीप आंतरिक मार्ग एवं पाथवे तथा किले के चारों ओर पैदल पथ तथा घाट के समीप वोट क्लब का निर्माण होगा तथा 1.50 करोड रुपए की लागत से किला परिसर के समीप सौंदरीकरण होगा, 5.75 करोड रुपए की लागत से स्मारकों के समीप लाइटिंग व्यवस्था होगी एक करोड रुपए की लागत से चतुर्भुज मंदिर के समीप व्याख्या केंद्र का निर्माण होगा इसके साथ-साथ 1.40 करोड रुपए की लागत से कंचना घाट छतरियो के समीप घाट उन्नयन, फूड प्लाजा तथा क्राफ्ट बाजार का विकास होगा। 3.95 करोड रुपए की लागत से अन्य विकास कार्य होंगे तथा एक करोड रुपए की लागत से लक्ष्मी मंदिर के समीप जन सुविधा विकसित की जाएगी। स्वीकृत राशि से 70 एकड़ के क्षेत्रफल में पहले स्मारकों की संरक्षण चतुर्भुज मंदिर लक्ष्मी मंदिर छतरियो तुलसी घाट के आसपास स्मारकों का पुनर्निर्माण कर जन सुविधा विकसित कर उपयोगी बनाना तथा आंतरिक पहुंच मार्ग लाइटिंग के कार्य कंचना घाट के उन्नयन के साथ-साथ पर्यटकों की सुविधा तथा स्थानीय जनों की रोजगार की वृद्धि हेतु फूड मार्केट तथा क्राफ्ट बाजार के विकास के कार्य प्रस्तावित हैं।
बुंदेला शासको द्वारा स्थापित स्मारक के संरक्षण के लिए 7.50 करोड़ की राशि स्वीकृत
ओरछा नगर जो पूर्व में बुंदेला शासको की राजधानी थी जिसके चलते बुंदेला शासको के ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण के माध्यम से पुनर्स्थापित करने का प्रयास पुरातत्व विभाग द्वारा किया जा रहा है जिसके लिए बुंदेला शासको द्वारा स्थापित स्मारक के संरक्षण के लिए राज्य पुरातत्व विभाग के द्वारा 7.50 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है जिसमें 1.41 करोड़ की लागत से बारूद खाना भवन का संरक्षण होगा एक करोड़ की लागत से हीमा कोठी का संरक्षण होगा। 1.93 करोड रुपए की लागत से जहांगीर महल के उत्तरी भाग का संरक्षण एवं बेसमेंट का कार्य होगा तथा 1.65 करोड रुपए की लागत से स्मारकों के समूह के समीप किले की दीवार तथा गेट का संरक्षण होगा।

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