विमान दुर्घटना में मृतकों के लिए की अंतिम अरदास, कहा— “हर परिस्थिति में सेवा ही मेरा धर्म”

सागर/पटाया।
सतनाम वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष एवं समाजसेवी मनी सिंह गुरोंन इन दिनों व्यापारिक दौरे पर थाईलैंड के पटाया में हैं, लेकिन विदेश में रहकर भी उनका सेवा कार्य लगातार जारी है। शनिवार को वे पटाया में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पहुंचे, जहां उन्होंने माथा टेककर देश-दुनिया में सुख-शांति की प्रार्थना की।

मनी सिंह गुरोंन ने गुरुद्वारा कमेटी को थाईलैंड की स्थानीय मुद्रा में 5,000 बहत (लगभग ₹13,000) की सहायता राशि भेंट की, जो वहां चल रहे सेवा कार्यों हेतु समर्पित की गई।

इस दौरान उन्होंने बीते दिनों हुई विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति गहरा शोक जताया और गुरुद्वारा के ज्ञानी जी से उनके लिए अंतिम अरदास भी करवाई। उन्होंने वाहेगुरु से दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान देने की और उनके परिवारजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।

> मनी सिंह गुरोंन ने कहा:
"चाहे मैं देश में रहूं या विदेश में, सेवा ही मेरा जीवन का उद्देश्य है। इस दुखद घटना से मन बहुत व्यथित है। मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करता हूं कि मृतकों को शांति और परिजनों को हिम्मत मिले।"

विदेश में रहकर भी भारतीय संस्कृति, सेवा और सहानुभूति की मिसाल पेश करते हुए मनी सिंह गुरोंन ने समाजसेवा को अपनी प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखा है।

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