छत्तीसगढ़ से ब्यूरो रिपोर्ट रोशन कुमार सोनी

रायगढ़। सोनी चैनल के लोकप्रिय कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति में रायगढ़ की ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी शीला तांडी भी अपने टैलेंट से दस्तक दे चुकी हैं। शीला केबीसी के हॉटस्पॉट तक पहुंच गई हैं। शो में अमिताभ बच्चन द्वारा फास्टेस्ट फिंगर फस्र्ट में पूछे गई सवाल का जवाब यदि शीला सबसे कम समय में देंगी तो वे हॉट सीट पर भी बैठ सकती हैं।

चक्रधर नगर क्षेत्र के चिरंजीव दास कॉलोनी में रहने वाली शीला तांडी चूंकि ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी हैं, इसलिए सामान्य ज्ञान भी अच्छा होने के कारण कौन बनेगा करोड़पति में जाने की लंबे समय से ख्वाहिश थीं। यही वजह रही कि बीते 20 साल से शीला ने इसके लिए खूब तैयारी भी की। हालांकि, 2013 में केबीसी द्वारा पूछे 3 में 2 सवाल के जवाब शीला ने सही दिया, मगर तीसरे उत्तर में वे अटक गई। फिर शुरू हुई नए सिरे से सामान्य अध्ययन बटोरने की मुहिम। 4 महीने पहले यानी मई में केबीसी टेस्ट चालू हुआ तो शीला ने इसे 1 माह तक रजिस्ट्रेशन क्वेश्चन क्लियर किया। ऐसे में जब ऑनलाइन क्वेश्चन का केबीसी से लिंक आया और पैसे की डिमांड नहीं हुई तो शीला को विश्वास हुआ कि उनके साथ कोई फ़्रॉड नहीं हो रहा है।

सोनी निक में एक माह तक लगातार पूछे गए प्रश्नों का सही उत्तर देने वाली शीला से 25 मई को तीन सवाल पूछे गए, जिसका सही जवाब देने पर विगत 16 सितंबर को केबीसी से कॉल आया और बताया गया कि उनका ग्राउंड ऑडिशन में सलेक्शन हो गया है, इसलिए 18 सितंबर की सुबह 9 बजे तक वे हर हाल में मुंबई के नाहर इंटरनेशनल स्कूल पहुंचे। 17 सितंबर को शीला फ्लाईट से रात तक मुंबई पहुंची तो दूसरे रोज वहां 3 राउंड में टेस्ट हुआ। शीला ने तीनों टेस्ट पार किया तो अब वे केबीसी प्रोग्राम के हॉटस्पॉट तक जा पहुंची हैं। केबीसी में हॉट सजीत पर बैठे कंटेंटेस्ट से अमिताभ बच्चन जब सवाल-जवाब करते हैं तो स्टूडियो के किनारे कंप्यूटर सेट में 10 अन्य प्रतिभागी अपनी बारी आने का इंतजार करते बैठे रहते हैं, उस जगह को हॉटस्पॉट कहा जाता है।

रायगढ़ की महिला अफसर शीला के हॉटस्पॉट तक पहुंचने के बाद केबीसी टीम ने उनको अपना एक वीडियो क्लिप बनाकर भेजने के लिए भी कहा है। अगर हॉटस्पॉट में बैठीं शीला फास्टेस्ट फिंगर फस्र्ट में पूछे गए सवाल का 9 अन्य प्रतिभागियों की अपेक्षा सबसे कम टाइम में जवाब देंगी तो वे महानायक अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट में बैठते हुए केबीसी खेल सकती हैं।

1 बीएचके मकान में रहती हैं 47 जानवरों के साथ

शीला बचपन से ही पशुप्रेमी हैं। वैवाहिक जीवन में काफी उतार-चढ़ाव झेलने के दौरानी एकांकीपन की मार से उबरने के लिए शीला ने अपने शौक को हथियार बनाया और वर्तमान में वे अपने वन बीएचके मकान में 35 बिल्लियां, 10 कुत्ते और 2 कछुए के साथ रहती हैं। शीला के घर के पलंग-सोफे और कमरे में बिल्लियों को स्वछंद होकर घूमते देखा जा सकता है। यही नहीं, स्ट्रीट एनिमल्स वेलफेयर नामक एनजीओ से जुड़ी शीला अपने तनख्वाह का आधा हिस्सा जानवरों को खिलाने-पिलाने में खर्च कर देती हैं। पशुप्रेमी शीला कहती हैं कि अगर वे केबीसी हॉट सीट पर जाकर साढ़े 7 करोड़ की ईनाम राशि जीतती हैं तो साढ़े 3 करोड़ को वे सडक़ों पर घूमने वाले आवारा जानवरों की सेवा में खर्च करेंगी।

जनहित में मेडिकल कॉलेज को कर चुकी हैं अपना देहदान

ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी शीला तांडी बताती हैं कि दाम्पत्य जीवन में मनहूसियत का ग्रहण लगने पर ससुराल पक्ष की प्रताडऩा के दौरान एक वक्त ऐसा भी था, जब वे हताश होकर खुदकुशी करना चाहती थीं, लेकिन अपने आप को सम्हाला, संघर्ष किया और खुद को इतना मजबूत बनाया कि घर में पालतू जानवरों के बीच जिंदगी गुजारते हुए अपना गम हल्का करती हैं। चूंकि, शीला के जीवन का मूलमंत्र नि:स्वार्थ जनसेवा है, इसलिए उन्होंने मृत्युपरांत अपना देहदान भी मेडिकल कॉलेज को करने की घोषणा कर चुकी हैं।

Post a Comment

और नया पुराने
NEWS WEB SERVICES