पेड़ों पर चिन्ह कर अपनी टेरिटरी बनाती नजर आई बाघिन 
उमरिया। जिले में बाघों के गढ़ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से बाघ प्रेमियों के लिए खुश कर देने वाला वीडियो सामने आया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघिन अपनी टेरिटरी बनाते हुए दिखाई दी। इस दौरान बाघिन का वीडियो पर्यटकों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली जोन में पर्यटक सफारी के लिए गए हुए थे। इस दौरान 'कांटी बाह' नाम की बाघिन खितौली जोन के जंगलों में सैर कर रही थी। बाघिन सैर के साथ अपना क्षेत्र भी बनाने में लगी हुई थी। बाघिन अपने दांतो और पंजों से पेड़ों पर मार्किंग करते हुए दिखाई दी। हालांकि वीडियो शुक्रवार को वायरल हुआ। सफारी में गए पर्यटकों के कैमरे में वीडियो कैद हुआ है। पर्यटकों ने वीडियो को वायरल कर दिया है।
ऐसे पड़ा बाघिन का नाम 'कांटी बाह'
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली जोन में कांटी बाह क्षेत्र पड़ता है, जहां बाघिन अक्सर दिखाई देती थी। इस क्षेत्र के नाम पर ही बाघिन का नाम भी 'कांटी बाह' रखा दिया गया। बाघिन की उम्र लगभग सात वर्ष बताई जा रही है। बाघिन खितौली जोन के हवा महल से कांटी बाह एरिया में रहती है। 
स्प्रे मार्किंग से बनती है यह क्षेत्र
बाघ य बाघिन अपना क्षेत्र बनाते हैं, जिसको टेरिटरी भी कहते हैं। अपनी टेरिटरी के लिए बाघ बाघिन स्प्रे करती हैं। जहां पेड़ों में स्प्रे कर अपना क्षेत्र बनाते हैं। वही फिर उसे सुरक्षित रखने लिए लगातार क्षेत्रों में सैर करती हैं। जहां दूसरे बाघों को अपने क्षेत्र में आने पर आपसी संघर्ष होता है। वहीं बाघिन पेड़ों पर चाटकर और पंजे मारकर अपना क्षेत्र बनाती है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली जोन का वायरल वीडियो बहुत कम ही दिखाई देता है।

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