पिछले 50 वर्षों से मरीजों की सेवा और समर्पण के लिए जाना जाने वाला सतनाम नर्सिंग होम एक बार फिर मानवीय संवेदनाओं का बड़ा उदाहरण पेश करने जा रहा है। नवरात्रि पर्व के अवसर पर यहां इलाज करा रही प्रसूति महिलाओं के हित में विशेष निर्णय लिया गया है।
नवरात्रि के दौरान (प्रतिपदा से नवमी तक) जो भी प्रसूति महिला कन्या को जन्म देगी, उसके उपचार और प्रसव से संबंधित पूरा खर्च अस्पताल प्रबंधन द्वारा उठाया जाएगा। परिवार से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
सतनाम नर्सिंग होम के संचालक डॉ. गुरनाम सिंह और स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं उपसंचालक डॉ. त्रिपत कौर वर्षों से अपनी ईमानदार कार्यशैली और सहज व्यवहार से मरीजों के बीच विश्वास और लोकप्रियता बनाए हुए हैं। डॉ. कौर हमेशा सामान्य प्रसव को प्राथमिकता देती हैं ताकि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े। उनकी सेवाभावना के कारण आज भी आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों सहित दूर-दराज से लोग यहां इलाज कराने आते हैं।
डॉ. गुरनाम सिंह के सेवा भाव के भी कई उदाहरण हैं—वे कई बार मरीजों से बिना शुल्क लिए इलाज कर चुके हैं, यहां तक कि घर लौटने के लिए किराए तक की व्यवस्था अपनी जेब से कर दी है। यही करुणा और निस्वार्थ भाव सतनाम नर्सिंग होम की पहचान बन चुका है।
इस नेक पहल में सतनाम वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष और समाजसेवी मनी सिंग गुरोंन भी हमेशा सक्रिय रहते हैं। उन्होंने कहा—
“नवरात्रि शक्ति की उपासना का पर्व है। सनातन धर्म में कन्या पूजन को विशेष महत्व दिया गया है। इसी भावना के साथ यह निर्णय लिया गया है कि कन्या के जन्म पर परिवार को किसी प्रकार का आर्थिक बोझ न उठाना पड़े।”
मनी सिंग लंबे समय से समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं और कई अवसरों पर जनहितैषी कार्यों के लिए सम्मानित भी हो चुके हैं। उनकी दरियादिली और जनसेवा के भाव ने उन्हें शहर-गांव के लोगों के बीच एक अलग पहचान दी है।
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