छत्तीसगढ़ हेड ब्यूरो बुंदेली दर्शन 
रोशन कुमार सोनी
मो - 7440966073


राष्ट्रीय जैविक प्रतिबल (स्ट्रैस) प्रबंधन संस्थान को राष्ट्र को समर्पित किया
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भी वीडियो क्रान्फेसिंग से आयोजन में शामिल हुए

           रायपुर 28 सितम्बर 2021/ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो क्रान्फेसिंग के माध्यम से रायपुर जिले के बरोैंडा में नवनिर्मित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत राष्ट्रीय जैविक प्रतिबल (स्ट्रैस) प्रबंधन संस्थान को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होने समारोह में विशेष गुणों वाली 33 फसल प्रजातियों का विमोचन भी किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भी वीडियो क्रान्फेसिंग के माध्यम से आयोजन में शामिल हुए।

 बरौंडा परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में संासद श्री सुनील सोनी, पूर्व मंत्री श्री चन्द्रशेखर साहू, पूर्व विधायक श्री देव भाई जी पटेल और अन्य जन प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसानों ने जलवायु-सहिष्णु कृषि तरीकों एवं पद्धतियों का व्यापक अभियान विषय पर आयोजित संगोष्ठी में शामिल हुए। राष्ट्रीय जैविक प्रतिबल (स्ट्रैस) प्रबंधन संस्थान के निदेशक श्री प्रवीर कुमार घोष ने अतिथ्यिों का स्वागत किया और संस्थाओं की जानकारी दी। 
उल्लेखनीय है कि कृषि अनुसंधान और शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिये भारत सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय वीरप्पा मोइली समिति ने राष्ट्रीय परिपेक्ष में जैविक प्रतिबल (स्ट्रैस) प्रबंधन संस्थान को खोलने की अनुशंसा की थी। बारहवीं पंचवर्षीय योजना में कैबिनेट द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत राष्ट्रीय जैविक स्ट्रैस प्रबंधन संस्थान को एक मानित विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करने का अनुमोदन किया गया तथा इसे छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर में स्थापित करना तय किया गया एवं 7 अक्टूबर 2012 को इसका शिलान्यास किया गया। छत्तीसगढ़ सरकार के सहयोग से इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के बरौंडा स्थित अनुसंधान फार्म की 50 हेक्टेयर भूमि संस्थान की स्थापना के लिये आवंटित की गई। यह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य का  एकमात्र  विशिष्ट पौध संरक्षण का  संस्थान हैं ।  
 
     वर्तमान में यह संस्थान जैविक स्ट्रैस में बुनियादी व रणनीतिक अनुसंधान, मानव संसाधन और राष्ट्रीय नेटवर्क के लिये नीति समर्थन के लिये कार्य कर रही है । जैविक स्ट्रैस प्रबंधन में अनुसंधान, शिक्षा और प्रसार के लिये चार स्कूल है (1) फसल स्वास्थ्य जीव विज्ञान अनुसंधान, (2) फसल प्रतिरोध प्रणाली अनुसंधान और (3) फसल स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान (4) फसल स्वास्थ्य नीति समर्थन  अनुसंधान । 

 इस संस्थान द्वारा आईसीएआर-आईएआरआई के साथ संबद्धता में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में पीजी पाठ्यक्रम शुरू किया गया है। जैविक स्ट्रैस प्रबंधन को नई दिशा एवं आयाम देने के लिये आवश्यक सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। इसमें प्रशासनिक, पुस्तकालय एवं सभागार भवनों के साथ दो स्कूल एवं एक छात्रावास सम्मिलित है । इसके लिए भारत सरकार एवं परिषद द्वारा वर्ष 2017-20 में 58 करोड़ रुपये व अन्य सहयोगी भवनों एवं सुविधाओं के लिये 20 करोड़ रुपये दिए गए है । 
 प्रशासनिक परिसर में प्रशासन, पुस्तकालय और सभागार भवन 7959 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले है। इसमें केन्द्रीय वातानुकुलित सुविधाओं के साथ तीन मंजिल है। प्रशासनिक भवन में निदेशक और कार्यालय, 2 बैठक कक्ष और अन्य प्रशासनिक कार्यालय है। पुस्तकालय भूतल में योग-ध्यान-कैफेटेरिया हॉल तथा वाचनालाय और ऑनलाइन पुस्तकालय प्रणाली शामिल है। इसके सभागार में 270 व्यक्तियों के  बैठने की क्षमता है और उसमें वैज्ञानिक कार्यक्रमों के लिये 2 बोर्ड रुम, 2 प्रशिक्षण हॉल और 1 प्रदर्शनी कक्ष है । यह परिसर शारीरिक रुप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सुलभ है । सभी नवनिर्मित भवन सीसीटीवी प्रणाली से सुसज्जित है। संस्था के स्कूल परिसर में चार स्कूलों का प्रावधान है। पहले चरण में दो स्कूल भवनों का निर्माण 5195 वर्गमीटर क्षेत्र में किया गया है। प्रत्येक स्कूल भवन में 1 संयुक्त निदेशक कार्यालय, 2 केन्द्रीय प्रयोगशाला, 18 वैज्ञानिक कक्ष, 4 कक्षाएं और संगोष्ठी कक्ष है। तीन मंजिला शिवनाथ छात्रावास का निर्माण 4900 वर्गमीटर क्षेत्र में किया गया है। छात्रावास में 130 अटेच्ड टायलेट वाले सिंगल-बेड कमरे की सुविधा है। साथ ही कैफेटेरिया, कॉमन रुम, टेबल टेनिस, कैरम आदि की सुविधा है।

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